आरबीआई की तरफ से की गई घोषणा के अनुसार (2000 Rupee Note) ₹2000 के नोट को सरकुलेशन से बाहर कर दिया गया है। जिन भी लोगों के पास ₹2000 के नोट है वह 30 सितम्बर तक अपने नोटों को बदलवा सकते हैं 30 अगस्त के बाद यह नोट एक कागज के समान हो जाएंगे।
23 मई से लगातार नोटों की अदला-बदली शुरू हो चुकी है बैंकों में लोगों की भीड़ को देखा जा सकता है। लगभग 50 परसेंट से भी ज्यादा लोगों ने बैंकों से ₹2000(2000 Rupee Note) के नोट चेंज करवाएं हैं वहीं ज्यादातर लोगों ने ₹2000 के नोट अपने बैंक अकाउंट में डिपाजिट किए हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से एक रिपोर्ट पेश की गई है जिसमें यह बताया जा रहा है कि ₹2000 के(2000 Rupee Note) नोटों की वापसी के बाद 2023 -24 में भारत की जीडीपी तकरीबन 7% बाद सकती हैं। एसबीआई के चीफ का कहना है कि जब से ₹2000 के नोट कि सरकुलेशन से बाहर होने के बाद शुरू हुई है तब से बैंकों के अंदर डिपॉजिट्स में काफी तेजी से उछाल देखने को मिला है।
बताया जा रहा है कि इसका सीधा असर उपभोग के मोर्चे पर देखने को मिलने वाला है ऐसे में एक रिपोर्ट का मानना है कि उपभोग का अर्थव्यवस्था को(2000 Rupee Note) तकरीबन 55 हज़ार करोड रुपए तक का फायदा होने वाला है।गोल्ड ज्वेलरी,एसी,हाईएंड कंज्यूमर प्रोडेक्ट्स की डिमांड अब मार्केट में बढ़ने वाली हैं।
एसबीआई में अपनी रिपोर्ट (2000 Rupee Note) में कहा है कि पहले तिमाही में भारत की जीडीपी 8 फीसदी तक बढ़ सकती है वहीं दूसरे वित्त वर्ष के में जीडीपी की ग्रोथ 6 फीसदी तक देखने को मिल सकती है। वहीं आरबीआई के गवर्नर का कहना है कि बैंक में अभी तक 1.80 लाख करोड़ रुपए वैल्यू के ₹2000 वाले नोट जमा किए जा चुके है।