ओड़िशा ट्रैन (Odisha Train) हादसे ने पुरे भारत को दहला के रख दिया था इस घटना को घटित हुए काफी लंबा समय हो चुका है अभी तक इसमें 288 से भी ज्यादा लोग मर चुके हैं। घटनास्थल के मलबे को लगातार साफ करने पर काम चल रहा है इसके बाद 29 से भी ज्यादा ऐसे शव प्राप्त हुए हैं जिनकी पहचान अभी तक भी नहीं की जा सकी है।
प्रशासन की तरफ से लगातार लोगों से अपील की जा रही है कि जिन भी परिवार के सदस्य गायब है आगे आकर ज्यादा से ज्यादा अपने डीएनए टेस्ट करवाएं ताकि अमृत सपोर्ट की पहचान करके उनके परिवार वालों तक उन्हें सोपा जा सके।
2 जून को घटित हुई है घटना बहुत ही भयावह थी और इसमें कई सारे लोग घायल भी हुए थे। इतना ही नहीं कुछ ऐसे मामले भी सामने आए थे जिसमें बताया गया था कि उनके परिवार के लोगों के शवो को दूसरी जगह गलती से ट्रांसफर कर दिया गया।
तीन ट्रेनों (Odisha Train) की भिड़त से अभी तक 288 से भी ज्यादा लोगों को मृत घोषित कर दिया गया है और लगातार इस पूरे मामले पर जांच पड़ताल की जा रही है 6 जून को यह मामला सीबीआई को सौंप दिया गया था जिसके बाद से लगातार सीबीआई इस पहलू को जानने का प्रयास कर रही थी कि वाकई में यह कोई दुर्घटना थी या इसके पीछे भी कोई अन्य कारण था।
सीबीआई के साथ फॉरेंसिक टीम भी काम कर रही है और घटना स्थल पर लगातार नई ने सबूतों की खोजबीन की जा रही है और उनसे जुड़े हुए पहलुओं को खोजा जा रहा है।