दोस्तों इस समय इसरो पूरी दुनिया भर में पॉपुलर हो चूका है हाल ही (Chandrayaan 3) में इसरो के द्वारा chandrayaan-3 की लॉन्चिंग की गई है। इस कदम को पूरी दुनिया भर में सराहा गया है बीते मंगलवार को इसरो के द्वारा chandrayaan-3 का तीसरा ऑर्बिट मैन्युवर किया गया है।
इसकी अगली प्रक्रिया को 20 जुलाई को दोपहर 2:00 बजे तक अंजाम देने (Chandrayaan 3) के बारे में योजना तैयार की जा रही है। Chandrayaan-3 की दूसरी प्रक्रिया पूरी तरीके से सक्सेसफुल हो चुकी है यह 17 जुलाई को होनी थी जो वैज्ञानिकों के द्वारा काफी अच्छे तरीके से की जा चुकी है अब इसकी तीसरी प्रक्रिया को 20 जुलाई यानी कि आज ही के दिन किया गया है।
इसके साथ ही वैज्ञानिकों का कहना है कि 40 दिन (Chandrayaan 3) के समय अंतराल के दौरान इस पूरी प्रक्रिया को दोहराया जाएगा और इसी पूरे समय अंतराल के दौरान chandrayaan-3 की लैंडिंग सफलतापूर्वक चंद्रमा पर की जाएगी।वैज्ञानिकों के द्वारा योजना तैयार की जा चुकी है जिसके अनुसार बताया जा रहा है कि 23 अगस्त को शाम 5:47 मिनट पर chandrayaan-3 की लैंडिंग चंद्रमा पर की जानी है।
भारत के चंद्रयान 3 से भारत ही (Chandrayaan 3) नहीं बल्कि पूरे विश्व को काफी उम्मीद है और इस बार हमारा यह मिशन अवश्य ही पूरा होने वाला है वैज्ञानिकों ने इस मिशन को अंजाम देने के लिए काफी लंबे समय से मेहनत की है और उनकी यह मेहनत खराब नहीं जाने वाली है। सबसे बड़ा प्रश्न यह उठता है कि आखिर chandrayaan-3 का मुख्य उद्देश्य क्या है तो दोस्तों इसका उद्देश्य है कि यह चांद के दक्षिणी छोर का पता लगाएगा।
इसके अलावा chandrayaan-3 का मुख्य उद्देश्य तो यह है (Chandrayaan 3) की लेंडर को चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित उतारना है।