अगर आज के समय में सबसे जरूरी कोई डॉक्यूमेंट है तो वह आधार कार्ड ही है जिसका इस्तेमाल सरकारी और प्राइवेट दोनों ही सेक्टर में करते हैं। आधार कार्ड (Aadhaar Card) के माध्यम से व्यक्ति की एक यूनिक आइडेंटिफिकेशन (Unique Identification) होती है जिसकी मदद से उसके भारत के नागरिक होने की प्रमाणिकता सामने आती है।
लेकिन दोस्तों समय-समय पर आधार कार्ड के नियमों (Aadhaar Card Rules) में बदलाव होते रहते है ऐसे ही आज हम आपको तीन बड़े बदलावो के बारे में बताने वाले है जिनको जानना आपके लिए बहुत जरुरी है।
पहला बदलाव:
सरकार की तरफ से आधार कार्ड को लेकर सबसे पहला बदलाव फिंगरप्रिंट (Fingerprint) को लेकर किया गया है क्योंकि जब भी आधार कार्ड बनवाया जाता है तो उसे समय हाथों की उंगलियों के निशान अवश्य लिए जाते हैं।
लेकिन किसी व्यक्ति का एक्सीडेंट हो जाता है तो उसमें अगर उसके हाथ की उंगली कट जाती है तब स्थिति में तो उसके फिंगरप्रिंट लिए ही नहीं जा सकते है तो इसी चीज को ध्यान में रखकर अब यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने नियमों में बदलाव किया है जिसके चलते आधार कार्ड की बायोमैट्री करते समय उंगलियों के निशान नहीं मिल पा रहे हैं तो आंख की पुतलियों से भी बायोमेट्रिक की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
दूसरा बदलाव:
वहीं दूसरे बदलाव की बात करें तो जिन लोगों को आधार कार्ड बनवाये 10 साल से अधिक का समय हो चुका है उन लोगों को अपने आधार कार्ड को अपडेट करने की तिथि सरकार की तरफ से 14 दिसंबर 2023 रखी गई थी जिसको बदलकर 14 फरवरी 2024 कर दिया गया है। अगर आप लोग स्थिति तक अपना आधार कार्ड अपडेट करवाते हैं तो आपको एक भी पैसा नहीं देना होगा इसके बाद करवाते हैं तो आपको चार्ज देना पड़ेगा।
तीसरा बदलाव:
इसके अलावा सरकार की तरफ अच्छा लगातार कहां जा रहा है कि अपनी वोटर आईडी को आधार कार्ड से लिंक करना होगा। वैसे इसको लेकर अभी तक सरकार की तरफ से कोई कंपलसरी नियम निर्धारित नहीं किया है आप चाहे तो अपने आधार कार्ड को वोटर आईडी से लिंक कर सकते हैं अन्यथा जब तक आदेश पारित न हो तब तक ना भी करें तब भी चलेगा।